इमरान प्रतापगढ़ी शायरी



हमने उसके जिस्म को फूलों की वादी कह दिया।
इस जरा सी बात पर हमको फंसादी कह दिया,
हमने अकबर बनकर जोधा से मोहब्बत की।
मगर सिरफिरे लोगों ने हमको लव जिहादी कह दिया |

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